GDP (Gross Domestic Product) का पूरा नाम सकल घरेलू उत्पाद है। किसी देश की सीमाओं के भीतर एक निश्चित समयावधि (आमतौर पर एक वर्ष) में उत्पादित सभी वस्तुओं और सेवाओं का कुल मौद्रिक मूल्य GDP कहलाता है।
GDP = उपभोग (Consumption) + निवेश (Investment) + सरकारी खर्च (Government Spending) + (निर्यात - आयात)
अगर भारत में एक साल के भीतर कुल ₹300 लाख करोड़ की वस्तुएं और सेवाएं उत्पादित हुईं, तो वही भारत का GDP होगा।
GNP (Gross National Product) को सकल राष्ट्रीय उत्पाद कहते हैं। यह देश के नागरिकों द्वारा एक साल में देश के अंदर और बाहर कमाई गई कुल आय का मौद्रिक मूल्य है।
GNP = GDP + विदेश से प्राप्त शुद्ध आय (Net Income from Abroad)
अगर भारत का GDP ₹300 लाख करोड़ है और विदेशों से ₹20 लाख करोड़ की शुद्ध आय प्राप्त होती है, तो भारत का GNP ₹320 लाख करोड़ होगा।
आधार | GDP | GNP |
---|---|---|
क्षेत्र | देश की सीमाओं के भीतर | नागरिकों की कुल आय |
विदेश आय | शामिल नहीं होती | शामिल होती है |
मापदंड | घरेलू उत्पादन | राष्ट्रीय उत्पादन |
ध्यान | क्षेत्रीय अर्थव्यवस्था | नागरिकों की आर्थिक स्थिति |
महत्व | आर्थिक गतिविधियों का स्तर | नागरिकों की कुल संपत्ति |
GDP और GNP दोनों ही किसी देश की आर्थिक स्थिति को समझने के लिए बेहद जरूरी संकेतक हैं। GDP से हमें देश की आंतरिक आर्थिक गतिविधियों की जानकारी मिलती है, जबकि GNP से नागरिकों की कुल आय और संपत्ति का आकलन होता है। किसी भी देश की आर्थिक नीति और विकास के लिए इन दोनों का संतुलन समझना आवश्यक है।